Jharkhand:झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कल गुरुवार को कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में कुल 34 प्रस्तावों को स्वीकृति मिली.
इनमें सबसे महत्वपूर्ण फैसला लिया गया कि वर्ष 2017 के पहले की तरह ही एक बार फिर से बालू घाटों की खुली नीलामी जिलों द्वारा की जायेगी. इसके अलावा एक बड़े बदलाव पर मुहर लगी. रांची स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी विश्वविद्यालय का नाम बदला जायेगा.
कैबिनेट की बैठक में डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी विश्वविद्यालय, रांची (डीएसपीएमयू) के नाम में परिवर्तन के लिए झारखंड राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम, 2017 में संशोधन को स्वीकृति दी गयी. कैबिनेट से मिली स्वीकृति के बाद अब डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी विश्वविद्यालय का नाम वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय होगा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी विश्वविद्यालय के नाम में बदलाव पर ऐतराज जताया है. बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा है कि झारखंड सरकार का श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय करने का फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने इसे गलत परंपरा की शुरुआत करार दिया. मरांडी ने कहा कि इस तरह के कदम संस्थानों की स्थिरता और इतिहास के प्रति सम्मान को कमजोर करते हैं. उन्होंने इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है.