Administration Took Action: सरायकेला-खरसावां जिला में एक विधवा महिला को डायन बताकर उसके पड़ोसियों ने उसका रास्ता रोक दिया था। इस मामले को प्रमुखता से दिखाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और सोमवार को विधवा के आवेदन के आधार पर कार्रवाई करने पहुंचा।
गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत गायत्री नगर में कौशल्या महतो नामक विधवा के पड़ोसियों ने उसे डायन बताकर उसका रास्ता रोक दिया था। इस मामले को लेकर पद्मश्री छुटनी महतो ने पहल की और उपायुक्त एवं आदित्यपुर थाने में गुहार लगाई, जिसके बाद प्रशासनिक महकमा हरकत में आया।
सोमवार को प्रशासन लाव-लश्कर के साथ कौशल्या महतो के घर पहुंची और पड़ोसी दिलीप घोष द्वारा किए गए बाउंड्री वाल को तोड़कर रास्ते को पुनः चालू कराया। इस कार्रवाई के बाद कौशल्या महतो बेहद खुश नजर आईं।
पुलिस की कार्रवाई
अब देखना यह होगा कि पुलिस दिलीप घोष के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है। डायन प्रताड़ना के मामले में पुलिस की कार्रवाई कितनी प्रभावी होगी, यह देखने वाली बात होगी। पुलिस को चाहिए कि वह इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे ताकि समाज में इस तरह की बुराइयों को रोका जा सके।
समाज में डायन कुप्रथा
डायन कुप्रथा एक सामाजिक बुराई है जो महिलाओं को प्रताड़ित करने का एक हथियार बन गई है। इस तरह के मामलों में प्रशासन और समाज को मिलकर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि महिलाओं को न्याय मिल सके और समाज में अमन-चैन बना रहे।
महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। हमें समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले भेदभाव और प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और उनके अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
सरायकेला में डायन कुप्रथा का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। अब देखना यह होगा कि पुलिस की कार्रवाई कितनी प्रभावी होगी और समाज में इस तरह की बुराइयों को कैसे रोका जा सकता है। हमें समाज में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और उनके प्रति होने वाले भेदभाव के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।