इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की महाराष्ट्र इकाई ने राज्य के डॉक्टरों से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच नागरिकों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने और हाई अलर्ट पर रहने का आग्रह किया है। आईएमए के राज्य चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. संतोष कदम ने एक बयान में कहा, "राष्ट्रीय संकट के क्षणों में, हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की ताकत केवल बुनियादी ढांचे में नहीं, बल्कि इसके डॉक्टरों की तत्परता और भावना में निहित है।"
गुरुवार देर शाम जारी की गई सलाह में बड़े पैमाने पर आपातकाल की स्थिति में त्वरित और समन्वित चिकित्सा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सात-सूत्रीय तैयारी रणनीति की रूपरेखा दी गई है। आईएमए ने सभी सदस्य क्लीनिकों, नर्सिंग होम और अस्पतालों को आवश्यक आपातकालीन दवाओं, ड्रेसिंग सामग्री और जीवन रक्षक दवाओं का स्टॉक रखने का निर्देश दिया है। इसने हर अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सकों, सर्जनों, एनेस्थेटिस्टों, आपातकालीन चिकित्सकों और स्वयंसेवकों से मिलकर आपदा प्रबंधन कार्य बल स्थापित करने की भी सिफारिश की है।
पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल ने मौजूदा परिस्थितियों के कारण पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की अदालतों में नो वर्क डे की घोषणा की है। बीसीपीएच के चेयरमैन राकेश गुप्ता ने जिला बार एसोसिएशनों को भेजे संदेश में कहा, "हम सभी बार एसोसिएशनों से इस प्रस्ताव का पालन करने और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं।" दो राज्यों और चंडीगढ़ में बार के लगभग एक लाख सदस्य हैं। यह दो राज्यों और चंडीगढ़ में सभी जिला बार एसोसिएशनों की नियामक संस्था है।