Bokaro Steel City: देश के प्रधानमंत्री और भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के द्वारा बोकारो स्टील प्लांट के विस्तारीकरण की योजना के लिए अप्रैल महीने से 20000 करोड रुपए निवेश किया जाने वाला था, विस्तारीकरण होने से बोकारो स्टील प्लांट की क्षमता साढ़े सात मिलियन टन होने वाली थी, ऐसे में विस्तारीकरण की योजना अधर में लटक गई है। इससे बोकारो के व्यापारी , समाजसेवी और ट्रेड यूनियन के नेता स्थित है।
विस्तारीकरण बोकारो में जल्द शुरू हो इसको लेकर बोकारो में हस्ताक्षर अभियान शुरू की जाएगी। जिसमें दो लाख लोगों का हस्ताक्षर करने के साथ-साथ 10 हर पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा, जिसमें प्लांट के विस्तार के लिए काम शुरू करने और बोकारो जनरल अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने की मांग की जाएगी। इसको लेकर आज बोकारो परिषद में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक विस्तारीकरण के लिए इस्पात मंत्रालय ने 20000 करोड़ रूपया आवंटित किया था, लेकिन पिछले दिनों हुए बोकारो स्टील में आंदोलन के दौरान प्लांट का प्रोडक्शन बंद कर दिया गया। जिस कारण राशि दूसरे प्लांट में भेज दी गई, किसको लेकर सभी लोग चिंतित नजर आ रहे हैं।
चेंबर के अध्यक्ष मनोज चौधरी का कहना है कि बोकारो स्टील प्लांट ही बोकारो के अर्थव्यवस्था और यहां के लोगों की रीड है ऐसे में एक आंदोलन के कारण अगर विस्तार को रोका गया है तो यह कहीं से उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह विषय नहीं होगा, उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले पर विचार करने की मांग की। भाजपा नेता कुमार अमित ने कहा कि बोकारो को बचाने के लिए हम लोगों ने हस्ताक्षर और पोस्टकार्ड अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है क्योंकि बोकारो के साथ झारखंड के विकास में बोकारो स्टील की महत्वपूर्ण भूमिका है