झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का मानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। शनिवार को खरसावां रथ यात्रा में शामिल होकर लौटते समय उन्होंने इंसानियत की मिसाल पेश की। देर शाम जब उनका काफिला खरसावां-सरायकेला मुख्य मार्ग से गुजर रहा था, उसी दौरान सड़क किनारे एक दर्दनाक हादसे के शिकार स्कूटी सवार पति पत्नी को तड़पते हुए देखकर उन्होंने बिना देर किए अपनी गाड़ी रोक दी और स्वयं आगे बढ़कर घायल लोगों की मदद की।
घटना के अनुसार, सरायकेला थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी पवन नायक और उनकी पत्नी शांति नायक शनिवार की शाम लगभग 6:30 बजे सरायकेला में रथ मेला देखकर अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। इसी दौरान सरायकेला-बड़बिल मार्ग पर किसी अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर बेसुध पड़े रहे, लेकिन आसपास से गुजरने वाले लोग मदद के लिए नहीं रुके।
इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का काफिला वहां से गुजर रहा था। सड़क पर जख्मी अवस्था में पड़े पति पत्नी को देखकर अर्जुन मुंडा तुरंत रुके और मानवता का परिचय देते हुए घायल पवन नायक और उनकी पत्नी को अपने वाहन में बैठाकर सरायकेला सदर अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर रेफर कर दिया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री के इस मानवीय कदम की स्थानीय लोगों ने सराहना की है और कहा कि ऐसे क्षण ही किसी व्यक्ति के असली चरित्र और संवेदनशीलता को दर्शाते हैं।