Godda Kasturba Gandhi Vidyalaya: गोड्डा के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में छात्राओं की तबीयत बिगड़ने से मचा हड़कंप, 100 छात्राएं अस्पताल में भर्ती, पढ़े क्या थी वज़ह
Godda Kasturba Gandhi Vidyalaya: गोड्डा के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में छात्राओं की तबीयत बिगड़ने से मचा हड़कंप, 100 छात्राएं अस्पताल में भर्ती, पढ़े क्या थी वज़ह
Godda Kasturba Gandhi Vidyalaya: गोड्डा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है,जहां पूरे कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब तकरीबन 100 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई, जानकारी के अनुसार पेट दर्द और उल्टी की शिकायत पर उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां आनन-फानन में डॉक्टर्स ने उनका इलाज शुरू किया।
वार्डन ने दी मामले की जानकारी
गोड्डा कस्तूरबा विद्यालय बंका की वार्डन ने इस मामले को लेकर बताया कि देर शाम सभी को आम खाने दिया गया था, जहां आम खाने के बाद बच्चियों ने दूध पिया और सुबह के नाश्ते में उन्हें पोहा दिया गया था।
नाश्ते के बाद कुछ लड़कियों को गैस बन गया और तीन चार लड़कियों को उल्टियां होना शुरू हो गया . बच्चियों की खराब हालत को देख कर उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया ।
छिपकली की पूंछ मुंह में आने बात आई सामने
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि , एक बच्ची ने बताया कि उसने मिर्च समझ कर छिपकली की पूंछ खा ली, जैसे ही उसे एहसास हुआ, उसकी तबीयत और खराब होने लगी .आपको बताए छात्र का नाम सोनम नाम है और उसे गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया. पूरे घटना के बाद सदर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई . एक ही समय में इतनी बच्चियों के आने से अस्पताल में बेड की कमी हो गई, इस कारण से कई बच्चियां जमीन पर बैठकर इलाज करवाने को मजबूर रहीं.
इलाज के बाद कई छात्राएं वापस लौटी
तबियत बिगड़ने के बाद सभी छात्रों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वही इलाज करवाने के बाद कुछ की छुट्टी दे दी गई, जानकारी के अनुसार लगभग 10 से 12 लड़कियों को सलाईन चढ़ाया जा रहा था जिसके बाद उन्हें भी वापस भेज दिया जायेगा ।
डॉक्टर का बयान
ज्यादातर बच्चियों को प्राथमिक इलाज कर दिया गया ,वही कुछ की हालत नाजुक थी लेकिन अब नियंत्रण में है.इसे लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि मामला की गंभीरता से ली जाए ,और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पूरे जिले में इस घटना के बाद शिक्षा विभाग और विद्यालय प्रशासन पर सवाल किए जा रहे है . साथ ही खाद्य सामग्री की निगरानी, रसोईघर की साफ-सफाई और खानपान की गुणवत्ता को लेकर कस्तूरबा विद्यालय प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सबके सामने आई है