Bokaro: बेरमो एसडीपीओ बीएन सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गांधीनगर के जरीडीह बाजार में चल रही अवैध गन फैक्ट्री और विदेशी शराब निर्माण का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड सूरज साव और उसके सहयोगी सूरज प्रजापति को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोकारो एसपी हरविंदर सिंह ने इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धनबाद में पहले उजागर हुई एक अवैध गन फैक्ट्री से मिले सुराग के आधार पर 19 जून को कोलकाता एसटीएफ ने कावेरी मैरिज हॉल पर छापा मारा था, जहां से भारी मात्रा में अर्धनिर्मित हथियार, तीन लेथ मशीनें और हथियार बनाने के कच्चे सामान बरामद किए गए थे। इसके अलावा दो तकनीकी मजदूर भी पकड़े गए, जिन्हें मुंगेर से लाया गया था।
हालांकि उस वक्त मुख्य आरोपी सूरज साव फरार हो गया था, जिसे एसआईटी ने अब उसके साथी सूरज प्रजापति के साथ गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि सूरज साव पर गया और गिरिडीह थानों में पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं सूरज प्रजापति वर्ष 2024 में मुंगेर के नया रामनगर थाना क्षेत्र में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। जेल में उसकी मुलाकात अवैध हथियार निर्माताओं से हुई, जिसके बाद दोनों ने मिलकर जरीडीह बाजार स्थित मैरिज हॉल को गन फैक्ट्री और अवैध शराब निर्माण केंद्र में तब्दील कर दिया।
कोलकाता था तैयार हथियारों का मुख्य बाजार
जांच में खुलासा हुआ है कि धनबाद और बोकारो में तैयार अवैध हथियारों की सबसे ज्यादा खपत कोलकाता में होती थी। कोलकाता एसटीएफ को जब इस बात की पुख्ता जानकारी मिली, तब जाकर यह संगठित नेटवर्क सामने आया।
नक्सली कनेक्शन की भी होगी जांच
चूंकि बेरमो नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, ऐसे में एसपी हरविंदर सिंह ने संभावना जताई है कि इन हथियारों की आपूर्ति नक्सलियों तक की जा रही हो सकती है। एसआईटी इस एंगल से भी जांच को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस आपराधिक नेटवर्क की हर कड़ी की जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य दोषियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।