चांडिल: बाजार स्थित संन्यासी आश्रम, जूना अखाड़ा साधुबांध मठिया में बुधवार को भगवान जगन्नाथ ने अपने नव यौवन रूप में भक्तों को दर्शन दिए। इस विशेष अवसर पर पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। जानकारी हो कि विगत 14 दिन पूर्व स्नान अनुष्ठान के बाद महाप्रभु अस्वस्थ हो गए थे, जिसके चलते उन्हें अनसार गृह में विश्राम हेतु ले जाया गया था।
बीमारी के दौरान आयुर्वेदिक वैद्य द्वारा उन्हें तुलसी और अन्य औषधियों से युक्त काढ़ा पिलाया गया, जिससे वे स्वस्थ हुए। बुधवार को पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर महाप्रभु ने नव ऊर्जा और यौवन स्वरूप में पुनः भक्तों को दर्शन दिए।
इस मौके पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुजारियों द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना की गई और श्रद्धालु स्वयं को पुण्य का भागी मानते हुए आराधना में लीन रहे। मठ परिसर जय श्री जगन्नाथ के जयघोष और शंखनाद से गूंज उठा। महंत विद्यानंद सरस्वती एवं अन्य भक्तों द्वारा आरती उतारी गई।
आरती के उपरांत मठ में उपस्थित समस्त ब्राह्मणों को भोजन कराया गया। दर्शन हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित थे।
उल्लेखनीय है कि आगामी 27 जून को महाप्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ तीन भव्य रथों पर सवार होकर मौसी बाड़ी की ओर प्रस्थान करेंगे। इस दौरान वे मार्ग में अपने भक्तों को दर्शन देंगे। रथयात्रा की तैयारियां श्री साधुबांध मठिया द्वारा पूरी कर ली गई हैं और दोपहर करीब 3 बजे यात्रा आरंभ की जाएगी।