सरायकेला-खरसावां जिले में अवैध खनन और रेत के गैरकानूनी परिवहन पर प्रभावी रोकथाम के लिए उपायुक्त नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय माइनिंग टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत, अपर उपायुक्त जयवर्धन कुमार, जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतपति, अनुमंडल पदाधिकारी, परिवहन पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि सस्टेनेबल सैंड माइनिंग गाइडलाइन-2016 और एनजीटी के निर्देशों के तहत 10 जून से 15 अक्टूबर तक रेत उत्खनन पर पूर्ण प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन में संलिप्त लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके लिए प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी चेकपोस्ट बनाए जाएं और वाहनों की नियमित जांच हो। साथ ही वन क्षेत्रों से गुजरने वाले रास्तों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
उपायुक्त ने एनजीटी के आदेशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने की बात कही। बैठक में खनन पदाधिकारी ने बताया कि 1 अप्रैल से 24 जून 2025 के बीच 34 वाहन जब्त किए गए हैं, 53700 घनफुट रेत बरामद की गई है, 40.10 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है और 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने जानकारी दी कि ईचागढ़ और तिरूलडीह जैसे संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी के माध्यम से अवैध खनन और परिवहन की निगरानी की जा रही है।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अवैध खनन की सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर – 18003456490 का ग्राम पंचायत स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाए। साथ ही पुल-पुलियों और नदी किनारे से रेत उठाव पर पूरी तरह से रोक लगाने को कहा गया।