Sakchi Gurudwara Committee: साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद का चुनाव भारी शोरगुल और विरोध के बीच संपन्न हुआ, जहां हरविंदर सिंह मंटू साकची गुरुद्वारा प्रधान पद पर काबिज हुए
Sakchi Gurudwara Committee: साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद का चुनाव भारी शोरगुल और विरोध के बीच संपन्न हुआ, जहां हरविंदर सिंह मंटू साकची गुरुद्वारा प्रधान पद पर काबिज हुए
Jamshedpur: साकची
गुरुद्वारा में चुनाव प्रक्रिया के बीच दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए थे. पिछले कई दिनों से साकची गुरुद्वारा के
प्रधान पद के चुनाव को लेकर काफी गहमा गहमी का माहौल था, इस पद के लिए तीन उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू ,परमजीत
सिंह और जसवीर सिंह गांधी मैदान में थे और अपनी अपनी किस्मत आजमा रहे थे.
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वावधान में साकची गुरुद्वारा दयोड़ी साहब में प्रधान पद के लिए रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हुआ। सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चले मतदान में कुल 1831 वोटरों में से 904 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
इस चुनाव की निगरानी के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय चुनाव समिति में नरेंद्र पाल सिंह, अमरजीत सिंह भामरा, परविंदर सिंह सोहल, सरजीत सिंह और लखविंदर सिंह शामिल थे। मतदान के दौरान जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट दीपक सिंकु और साकची थाना प्रभारी आनंद कुमार मिश्रा अपनी टीम के साथ मुस्तैद रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीन प्रत्याशियों के बीच हुए मुकाबले में हरविंदर सिंह मंटू ने प्रचंड जीत दर्ज करते हुए 823 वोट हासिल किए। वहीं जसवीर सिंह गांधी को 37 और परमजीत सिंह काले को मात्र 33 मत प्राप्त हुए। पांच मतपत्र ब्लैंक पाए गए, जबकि छह मतपत्र गायब रहे।
चुनाव प्रक्रिया के दौरान निशान सिंह ग्रुप के कुछ लोगों ने मतदान में व्यवधान डालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की तत्परता से स्थिति नियंत्रित कर ली गई।
विजय की घोषणा के बाद हरविंदर सिंह मंटू अपने समर्थकों के साथ गुरुद्वारा पहुंचे और गुरु महाराज के समक्ष अरदास कर आभार व्यक्त किया। इसके बाद सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह और गुरमीत सिंह ने उन्हें विजयी प्रमाण पत्र और सरोपा भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन महासचिव अमरजीत सिंह ने किया।
बाद में मंटू अपनी टीम के साथ सीजीपीसी कार्यालय पहुंचे जहां चुनाव समिति के सदस्यों को शॉल और सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया। इस पूरे आयोजन में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी वरिष्ठ अधिकारी दिनभर मौजूद रहे ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई व्यवधान न हो।