• 2025-06-20

Jamshedpur Golmuri Dowry Harassment Case: जमशेदपुर में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज, जानिए पूरी खबर

Jamshedpur Golmuri Dowry Harassment Case: जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है। पीड़िता रेखा कुमारी ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 2010 में राकेश कुमार के साथ हुई थी और शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था।
रेखा कुमारी ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष की ओर से दहेज को लेकर ताने-उलाहने और मानसिक प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हो गया था। उसने बताया कि वर्षों तक वह अपने वैवाहिक जीवन को निभाने की कोशिश करती रही, लेकिन प्रताड़ना का क्रम थमा नहीं। 4 फरवरी 2024 को पति राकेश कुमार ने बुरी तरह मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल दिया।
रेखा कुमारी ने बताया कि वह मानसिक रूप से काफी व्यथित है और अपने मायके में रह रही है। उसने बताया कि इस दौरान कई बार ससुराल पक्ष से सुलह की कोशिशें भी की गईं, लेकिन हर बार बात बिगड़ती चली गई। पीड़िता ने बताया कि वह अपने वैवाहिक जीवन को बचाने की कोशिश करती रही, लेकिन प्रताड़ना के कारण वह मजबूर हो गई और थाने में शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया।
गोलमुरी थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर आईपीसी की धारा 498ए और अन्य संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने बताया कि अभी जांच जारी है और जल्द ही आरोपी से पूछताछ की जाएगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य भी प्रताड़ना में शामिल थे।

दहेज प्रताड़ना का मामला: रेखा कुमारी ने अपने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है।
14 वर्षों तक प्रताड़ना: पीड़िता ने बताया कि वह पिछले 2014 वर्षों से मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेल रही थी।
पुलिस जांच: पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपी से पूछताछ की जाएगी।
ससुराल पक्ष की भूमिका: पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य भी प्रताड़ना में शामिल थे।

जमशेदपुर में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता ने अपने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस जल्द ही आरोपी से पूछताछ करेगी और जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी। यह मामला दहेज प्रताड़ना के खिलाफ कानून की सख्ती को दर्शाता है और पीड़ित महिलाओं के लिए न्याय की उम्मीद जगाता है।
अब देखना यह है कि पुलिस जांच के बाद क्या कार्रवाई करती है और पीड़िता को न्याय मिलता है या नहीं। यह मामला जमशेदपुर में दहेज प्रताड़ना के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है और अन्य पीड़ित महिलाओं को न्याय की उम्मीद दिला सकता है।