Rajrappa Temple: झारखंड के रामगढ़ में स्थित मां छिन्नमस्तिका के पवित्र धाम रजरप्पा मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां चिलचिलाती धूप के बाद भी लगभग 25 हजार से अधिक भक्तों ने मां छिन्नमस्तिका देवी की पूजा-अर्चना की। इस मौके पर भीषण गर्मी के कारण लाइन में खड़ी कई महिलायें और बच्चे बेहोश होकर गिर पड़े। साथ ही कई श्रद्धालुओं को मुख्य मंदिर के बाहर से ही मां छिन्नमस्तिका की पूजा-अर्चना कर लौटना पड़ा।
बताया जा रहा है कि 15 जून को रविवार यानी छुट्टी का दिन था। ऐसे में झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों से भक्त मां छिन्नमस्तिका के दर्शन करने रजरप्पा मंदिर पहुंचने लगे। अहले सुबह तीन बजे से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ होने लगी। मालूम हो कि रजरप्पा मंदिर झारखंड में स्थित एक प्रसिद्ध सिद्धपीठ है, जिसके प्रति लोगों के मन में अपार श्रद्धा और आस्था है।
इसी कारण चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी होने के बाद हजारों की संख्या में भक्त कतारबद्ध होकर मां छिन्नमस्तिका के दर्शन का इंतजार कर रहे थे। हालांकि, धूप में खड़े रहने से थकान और डिहाईड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) के कारण कई महिलायें और बच्चे बेहोश हो गये।
लगभग 6000 साल पुराने रजरप्पा मंदिर को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सिद्धपीठ भी कहा जाता है। यहां स्थापित मां छिन्नमस्तिका की मूर्ति अनोखी और रहस्यमय है। ऐसी मान्यता है कि रजरप्पा मंदिर आकर मां छिन्नमस्तिका के दर्शन कर लेने मात्र से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
कहते हैं कि रजरप्पा मंदिर तंत्र साधना के लिए काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर में आने वाले भक्त कभी खाली हाथ घर नहीं लौटते हैं। सभी पर मां छिन्नमस्तिका अपनी कृपा बरसाती हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन के लिए तपती धूप में खड़े रहने का कष्ट उठाया।
रजरप्पा मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भीषण गर्मी के बावजूद हजारों की संख्या में भक्त मां छिन्नमस्तिका के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर का महत्व और मां की कृपा के कारण श्रद्धालुओं ने तपती धूप में खड़े रहने का कष्ट उठाया।