• 2025-05-27

Agentic AI Heralds A New Era: एजेंटिक एआई भारत में मानव संसाधन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत

Agentic AI Heralds A New Era: भारत में मानव संसाधन क्षेत्र के दिग्गजों को उम्मीद है कि आने वाले कुछ वर्षों में एजेंटिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एजेंटिक एआई) की स्वीकार्यता में ज़बरदस्त उछाल देखने को मिलेगा।

एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2027 तक एजेंटिक एआई को अपनाने की दर में 383% की वृद्धि हो सकती है। यह तकनीक एआई एजेंट्स को बिना इंसानी दखल के, अपने आप निर्णय लेकर कार्य करने की क्षमता प्रदान करती है, जिससे मशीनें खुद सोचकर काम करेंगी वो भी पूरी तरह स्वतंत्र रूप से।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

Salesforce द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में दुनिया भर के 200 मानव संसाधन अधिकारियों की राय को शामिल किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार:

उत्पादकता में वृद्धि: AI एजेंट्स के आने से अगले दो सालों में उत्पादकता में औसतन 41.7% तक इज़ाफा हो सकता है।
नौकरी की भूमिकाओं में बदलाव: भारत में CHROs को उम्मीद है कि एजेंटिक एआई के चलते उन्हें 24.7% कर्मचारियों की भूमिकाओं में बदलाव करना पड़ेगा।
पुनः प्रशिक्षण की आवश्यकता: 88% HR प्रमुख अपने स्टाफ को दोबारा प्रशिक्षित करने की योजना बना रहे हैं ताकि वे इस बदलते दौर में तकनीक के साथ तालमेल बिठा सकें।
सॉफ्ट स्किल्स का महत्व: 81% भारतीय एचआर लीडर्स मानते हैं कि एजेंटिक एआई के साथ काम करने के लिए सॉफ्ट स्किल्स जैसे टीमवर्क और कम्युनिकेशन अब और ज़्यादा जरूरी हो गए हैं।

भारत में एजेंटिक एआई की स्थिति

भारत में HR लीडर्स का बड़ा तबका इस बदलाव को अपनाने को तैयार है। करीब 85% भारतीय एचआर अधिकारी मानते हैं कि आने वाले पांच सालों में मानव कर्मचारी और डिजिटल एजेंट एक साथ मिलकर काम करेंगे। हालांकि, फिलहाल स्थिति यह है कि सिर्फ 12% CHROs ने अपने संगठनों में एजेंटिक एआई को पूरी तरह लागू किया है। इसके अलावा, 60% से ज्यादा HR अधिकारियों का मानना है कि उनके कर्मचारी अभी भी यह नहीं समझते कि एआई उनकी नौकरी को किस तरह प्रभावित करेगा।

एजेंटिक एआई भारत में एक नए युग की शुरुआत कर रहा है, जिसमें मानव कर्मचारी और डिजिटल एजेंट एक साथ मिलकर काम करेंगे। इसके लिए आवश्यक है कि कर्मचारी तकनीकी और सॉफ्ट स्किल्स दोनों में प्रशिक्षित हों और नई तकनीक के साथ तालमेल बिठा सकें। Salesforce की प्रेसिडेंट और चीफ पीपल ऑफिसर, नाथाली स्कार्डिनो का कहना है कि “हर क्षेत्र को अपनी नौकरियों को फिर से डिज़ाइन करना होगा। डिजिटल युग में कामयाबी के लिए कर्मचारियों को तकनीकी, मानव और रणनीतिक कौशल एक साथ सीखने होंगे।”

भविष्य की संभावनाएं

एजेंटिक एआई के आने से भारत में कार्य संस्कृति और दक्षता की परिभाषा ही बदल सकती है। इसके लिए आवश्यक है कि हम इस तकनीक को अपनाने के लिए तैयार हों और अपने कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षित करें। अगर हम ऐसा कर पाते हैं, तो एजेंटिक एआई हमारे लिए एक नए युग की शुरुआत कर सकता है जिसमें हम अधिक उत्पादकता और दक्षता के साथ काम कर सकें।