• 2025-05-17

Ichagarh Elephant Terror: ईचागढ़ में जंगली हाथियों का आतंक, किचन में घुसकर खा गए अनाज, ग्रामीणों में दहशत

Ichagarh Elephant Terror: ईचागढ़ में जंगली हाथियों का आतंक, किचन में घुसकर खा गए अनाज, ग्रामीणों में दहशत सरायकेला-खरसावां: झारखंड के ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में जंगली हाथियों का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी से भटककर आने वाले हाथियों के झुंड अब गांवों में घुसकर जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रहे हैं। बीती रात नीमडीह प्रखंड अंतर्गत सीमा गांव में एक विशाल टस्कर (दांत वाला नर हाथी) ने एक घर में घुसकर जमकर उत्पात मचाया।

स्थानीय लोगों के अनुसार यह टस्कर घर की दीवार और दरवाजे तोड़कर अंदर घुसा और सीधे किचन की ओर बढ़ा। वहां रखा धान, चावल और अन्य अनाज को सूंड़ से निकालकर खा गया। घरवाले डर के मारे कुछ नहीं कर पाए, लेकिन किसी ने मोबाइल से इस घटना को चुपचाप रिकॉर्ड कर लिया।

ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के आतंक के कारण शाम ढलते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं। रिश्तेदार भी अब गांव आने से हिचकिचाते हैं। हाथियों का मुख्य निशाना किचन, गल्ला दुकानें और घरों में रखा अनाज होता है, जिसे वे दीवारें तोड़कर निकाल लेते हैं।

हालांकि सरकार द्वारा दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी और गज परियोजना के तहत हाथियों के संरक्षण पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, फिर भी हाथियों का झुंड भोजन की तलाश में ईचागढ़ क्षेत्र के चारों प्रखंडों के गांवों में लगातार प्रवेश कर रहा है।

झारखंड आंदोलनकारी लाल महोन गोराई ने इस गंभीर स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राज्य के मंत्री और जनप्रतिनिधि इस गंभीर मुद्दे पर मौन क्यों हैं? यदि जल्द कोई समाधान नहीं निकाला गया, तो हम हाथी आतंक को लेकर जन आंदोलन करने को मजबूर होंगे।"

ग्रामीणों ने सरकार से अपील की है कि हाथियों की इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाए, ताकि आम लोगों का जीवन सुरक्षित और सामान्य हो सके।