मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निरेश दिया कि राज्य में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को एक्टिव करें तथा आवश्यकता के अनुरूप सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाएं. सिविल डिफेंस के क्षेत्र में कार्य करने वाले संस्थानों से समन्वय स्थापित कर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कार्योजना बनाएं. उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को त्वरित राहत, बचाव कार्य,
के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में वर्तमान राष्ट्रीय परिस्थितियों एवं परिदृश्य के मद्देनजर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।
राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। देशभर में सुरक्षा हालात को देखते हुए झारखंड में एक-एक जनमानस की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा
बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन को और अधिक सतर्क और सक्रिय रहने की आवश्यकता है।
जनता की सुरक्षा प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए काम करने का निर्देश दिया।
उच्च स्तरीय बैठक का महत्व
उच्च स्तरीय बैठक में राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और आवश्यक कदम उठाने के लिए चर्चा की गई। इससे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने में मदद मिलेगी और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
झारखंड की सुरक्षा व्यवस्था
झारखंड की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया।
इससे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता, सचिव पूजा सिंघल, सचिव राजेश शर्मा, सचिव विप्रा भाल, विशेष सचिव आईपीआरडी राजीव लोचन बकशी, आईजी ऑपरेशन एवी होमकर, आईजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार, एसपी एटीएस ऋषभ झा, एसपी अभियान अमित रेणु कमांडेंट जैप -राकेश रंजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे
बैठक में ये बिंदु रहे महत्वपूर्णः एमएच ए क निर्देश है कि सिविल डिफेंस रूल्स के अंतर्गत इमर्जेंसी प्रोविजंस का इस्तेमाल करें. खासकर कोई खरीदारी में टेंडर प्रक्रिया छोड़कर.
" मॉक ड्रिल की संख्या बढ़ा दी जाए
" एसेंशियल सर्विस को मेंटेन करने के लिए तैयारी की जाए.
एसेंशियल कमोडिटीज पर खास ध्यान रखा जाए होईंग बिल्कुल नहीं हो.
अस्पताल को तैयार रखा जाए
महत्वपूर्ण ठिकाने जैसे डैम, प्लांट, यूसिल, बिजली घर, इंडियन ऑयल, आदि के सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाये
एनजीओ तथा अन्य सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स से संपर्क कर उन्हें तैयार कराया जाए
जिला में फायर स्टेशन की तैयारी कर ली जाए
मोबाइल फेल करने पर पीए सिस्टम तैयार कर ली जाए.