जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान तनाव में है कि कहीं भारत उसपर अटैक न कर दे. वहीं सरकार ने भी सेना को पहलगाम हमले का जवाब देने के लिए पूरी छूट दी है. अब नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने शनिवार 3 अप्रैल 2025 को पीएम मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की है. इसको लेकर भारत की ओर से किसी कार्रवाई का संकेत माना जा रहा है.
एडमिरल त्रिपाठी और पीएम मोदी के बीच बैठक को पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार के व्यापक सैन्य और रणनीतिक विचार-विमर्श के संदर्भ में देखा जा रहा है. सूत्रों से संकेत मिलता है कि चर्चा संभावित रूप से समुद्री सुरक्षा, सेना की तत्परता और विकसित सुरक्षा स्थिति के हिस्से के रूप में तीनों सेनाओं की समन्वित प्रतिक्रियाओं के इर्द-गिर्द घूमती रही. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की.
इस उच्च स्तरीय समीक्षा में प्रधानमंत्री ने सैन्य नेतृत्व को स्पष्ट आदेश दिया कि भारत की प्रतिक्रिया का समय, तरीका और लक्ष्य सशस्त्र बलों द्वारा स्वयं तय किए जाएंगे. राजनीतिक नेतृत्व ने सभी बाधाओं को हटा दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि एक मजबूत और संतुलित जवाबी कार्रवाई की जा सकती है.
इस बीच शनिवार 3 अप्रैल 2025 को भारत ने पाकिस्तान के साथ हवाई और जमीनी दोनों मार्गों से सभी प्रकार के मेल और पार्सल के आदान-प्रदान को निलंबित कर दिया. यह आदेश संचार मंत्रालय के तहत डाक विभाग द्वारा जारी किया गया था. यह कदम भारत द्वारा पाकिस्तान से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने, पाकिस्तान के झंडे वाले जहाजों को भारतीय बंदरगाहों पर डॉक करने से रोकने और भारतीय जहाजों को पाकिस्तान के बंदरगाहों की यात्रा करने से रोकने के कुछ ही घंटों बाद आया है.