सोनारी में समाजसेवी अशोक सिंह उर्फ राघव ने भव्य समारोह में रामनवमी अखाड़ों का उद्घाटन किया। इनमें प्रमुख रूप से संकट मोचन अखाड़ा और त्रिमूर्ति अखाड़ा शामिल हैं। इन अखाड़ों की खासियत यह है कि ये रामनवमी के दौरान भव्य जुलूस और रैलियों का आयोजन करते हैं, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराएं जीवंत बनी रहती हैं।
समारोह में उमड़ा जनसैलाब
इस खास मौके पर सोनारी के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें राकेश, समीर लालू, अजय गोप, कैलाश सिंह, शंकर राय, रूपचंद और विष्णु महतो का नाम प्रमुखता से शामिल है। सभी ने अखाड़ों के उद्घाटन का स्वागत किया और इसे धार्मिक आस्था एवं परंपराओं को मजबूती देने वाला कदम बताया।
समिति ने किया अशोक सिंह को सम्मानित
अखाड़ा समिति के सदस्यों ने अशोक सिंह उर्फ राघव को विशेष रूप से सम्मानित किया और उनके योगदान की सराहना की। समिति के अनुसार, उनका यह प्रयास रामनवमी जुलूसों को और भव्य बनाने में मदद करेगा और समाज को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाएगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को मिलेगा बढ़ावा
अशोक सिंह ने अपने संबोधन में कहा,
"रामनवमी केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और भक्ति का प्रतीक है। अखाड़े शक्ति, साहस और अनुशासन के प्रतीक हैं। इन अखाड़ों से निकलने वाली शोभायात्राएं हमारी परंपराओं को और मजबूत करेंगी।"
स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि रामनवमी अखाड़ों के उद्घाटन से युवाओं में भक्ति और परंपरा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। अब यह क्षेत्र एक बार फिर अपने भव्य जुलूसों और अनुशासनबद्ध आयोजनों के लिए पहचाना जाएगा।