Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट है और सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ व्यापक सर्च ऑपरेशन छेड़ रखा है. इसी बीच घाटी की स्थिति को देखते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने 48 पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है. यह निर्णय सुरक्षा समीक्षा और आतंकियों के खिलाफ चल रहे तलाशी अभियानों के मद्देनज़र लिया गया है.
क्यों बंद किए गए पर्यटक स्थल?
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, जिन पर्यटक स्थलों को बंद किया गया है वे या तो आतंकवाद विरोधी सर्च ऑपरेशन से प्रभावित हैं या फिर संवेदनशील इलाकों में स्थित हैं. इन स्थानों पर पर्यटकों की आवाजाही पर अस्थायी रोक लगाकर सुरक्षा बलों के अभियान को निर्बाध रूप से चलाने का प्रयास किया जा रहा है.
कहां-कहां लगी रोक?
बंद किए गए स्थानों में बांदीपोरा की गुरेज घाटी, बडगाम के यूसमार्ग, दूधपथरी, कुलगाम का अहरबल और कौसरनाग, कुपवाड़ा, बारामूला, पुलवामा, अनंतनाग, गांदरबल और श्रीनगर के कई प्रमुख पर्यटन स्थल और रिसॉर्ट्स शामिल हैं. श्रीनगर में जामिया मस्जिद, बादामवारी, अस्तानमार्ग पैराग्लाइडिंग पॉइंट और दाचीगाम के हिस्से भी अस्थायी प्रतिबंध के दायरे में हैं.
सर्च ऑपरेशन जोरों पर
सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें पहलगाम हमले के बाद घाटी के कई इलाकों में सघन तलाशी अभियान चला रही हैं. आतंकियों के संभावित ठिकानों को निशाना बनाते हुए सेना घरों को विस्फोटकों से उड़ा रही है और जंगलों में भी सर्च अभियान तेज कर दिया गया है. प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे स्थिति सामान्य होने तक घाटी के संवेदनशील इलाकों की यात्रा से बचें और आधिकारिक निर्देशों का पालन करें.