Jamshedpur: विगत 30 जून को हुल दिवस के अवसर पर साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में आयोजित सरकारी कार्यक्रम के दौरान हुए पुलिस लाठीचार्ज की घटना को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इस घटना को लेकर प्रशासन की कार्रवाई को “मजबूरी” बताया है और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कार्यक्रम को बाधित करने का एवं षड्यंत्र रचने का गंभीर आरोप लगाया है।
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने सरकारी कार्यक्रम को असफल करने की मंशा से क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से षड्यंत्र रचा था। उन्होंने दावा किया कि इसी साजिश के तहत भाजपा कार्यकर्ता मंडल मुर्मू और उसके एक सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि हुल दिवस पर आयोजित सरकारी कार्यक्रम पूर्व से निर्धारित था, लेकिन भाजपा ने जानबूझकर उसी स्थान के समीप अपना अलग कार्यक्रम आयोजित किया। “इसका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ सरकारी कार्यक्रम में विघ्न डालना था,” उन्होंने आरोप लगाया।
कुणाल षाड़ंगी ने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ता क्षेत्र में साड़ियां बांटकर लोगों को आकर्षित कर रहे थे और मंडल मुर्मू को इस कार्य के लिए नई स्कॉर्पियो गाड़ी तक उपलब्ध कराई गई थी। यह सब एक बड़ी राजनीतिक साजिश का हिस्सा था, जिसे प्रशासन ने समय रहते विफल कर दिया।
झामुमो प्रवक्ता ने जानकारी दी कि भोगनाडीह में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में झारखंड के शिक्षा मंत्री भी मौजूद थे और उन्होंने वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने इसे राज्य सरकार की संथाल विद्रोहियों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक बताया।
इस पूरे मामले में भाजपा की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इस घटना के बाद राज्य की राजनीति में तनाव और बयानबाजी तेज हो गई है।
भोगनाडीह, संथाल विद्रोह के नायकों सिद्धो-कान्हो की जन्मभूमि है, और हुल दिवस पर हर साल श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाता है। इस वर्ष की घटना ने इस ऐतिहासिक दिवस को विवादों के घेरे में ला दिया है।