Shravani Fair: देवघर में श्रावणी मेला की तैयारियों को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। 11 जुलाई से शुरू होने वाले मेले की तैयारी में तेजी आ गई है। पांच जुलाई तक सारी तैयारी को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
कांवरिया पथ पर गंगा का बालू स्टॉक किया जा रहा है। एक जुलाई के बाद गंगा का बालू कांवरिया पथ पर बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। इस बीच कांवरिया पथ पर कई जगह गड्ढे को भरने और लेबलिंग का काम किया जा रहा है।
कांवरिया पथ में खिजुरिया गेट से बीएन झा रोड तक पंडाल बनाए जा रहे हैं। साथ ही कांवरिया रूट लाइन में पंडित शिवराम झा चौक से लेकर तिवारी चौक, बीएड कॉलेज में पंडाल और नंदन पहाड़ रूट में पंडाल बनाने का काम चल रहा है। नंदन पहाड़ रूट में नाला निर्माण और पेवर ब्लॉक लगाए जा रहे हैं।
श्रावणी मेले के सफल संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से विभागवार कोषांग का गठन किया गया है। सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर ने कोषांग का गठन करते हुए चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य कर्मचारियों को मेला शुरू होने से लेकर खत्म होने तक अलग-अलग तरह के काम बांटे हैं।
मेले की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है, साथ ही श्रद्धालुओं के लिए पेयजल और शौचालय की व्यवस्था भी की जा रही है।
देवघर में श्रावणी मेला की तैयारियां जोरों पर हैं। कांवरिया पथ की तैयारी, पंडाल और सड़क निर्माण, और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी सभी को समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। 11 जुलाई से शुरू होने वाले मेले में श्रद्धालुओं को सुविधा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।
श्रावणी मेला का महत्व भगवान शिव की भक्ति और श्रद्धा के लिए है। इस मेले में श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा और जलाभिषेक करने के लिए आते हैं। यह मेला देवघर के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है।
प्रशासन ने मेले की तैयारी के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, और अन्य विभागों की ओर से मेले के सफल संचालन के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
मेले की सफलता के लिए प्रशासन और श्रद्धालुओं का सहयोग आवश्यक है। प्रशासन को उम्मीद है कि मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़गी और मेला सफलतापूर्वक संपन्न होगा।