Jharkhand Liquor Sales: झारखंड में 30 जून को वर्तमान उत्पाद नीति के तहत शराब की बिक्री बंद हो जाएगी। खुदरा शराब की बिक्री कर रही प्लेसमेंट एजेंसी को 31 मार्च के बाद 30 जून तक का अवधि विस्तार दिया गया है। इसके बाद नयी उत्पाद नीति के तहत खुदरा दुकानों की लॉटरी से बंदोबस्ती की जाएगी।
उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा है कि जब तक लॉटरी और अन्य आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी नहीं होती, तब तक जेएसबीसीएल की देखरेख में शराब की खुदरा बिक्री जारी रहेगी। हालांकि, उनकी इस घोषणा को लेकर अब तक जिलों को कोई पत्र जारी नहीं किया गया है। इससे जिला स्तर पर तैयारी नहीं हो सकी है।
राज्य में लगभग 1453 खुदरा शराब दुकानें हैं। इन दुकानों की हैडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया 30 जून से पहले पूरी करनी होगी। इसके लिए दुकानों में शराब के स्टॉक मिलान से लेकर बिक्री और जमा राशि का हिसाब होगा। इसके बाद जेएसबीसीएल दुकान अपने अधीन लेगा। लेकिन 10 दिनों के अंदर इस प्रक्रिया को पूरा करना आसान नहीं होगा।
इस स्थिति में अगर 30 जून तक दुकानों के हैडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो कुछ दिनों तक दुकानें बंद भी रह सकती हैं। राज्य में फिलहाल जमशेदपुर में जेएसबीसीएल की देखरेख में खुदरा शराब दुकानों का संचालन किया जा रहा है।
पिछले महीने ही उत्पाद नीति को कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है। इसके बाद से नीति को लागू करने को लेकर आगे की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि उत्पाद आयुक्त के ट्रेनिंग में जाने के कारण नीति को लागू करने की आवश्यक प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
अब विभाग में नए सचिव और आयुक्त को पदस्थापित किया गया है। अनुमान है कि अगले सप्ताह एक जुलाई से खुदरा शराब दुकानों में शराब की बिक्री और नई उत्पाद नीति लागू करने को लेकर निर्देश जारी किया जा सकता है।
झारखंड में शराब की बिक्री पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। नई उत्पाद नीति को लागू करने में देरी के कारण शराब की बिक्री पर असर पड़ सकता है। अब देखना यह है कि राज्य सरकार इस स्थिति से कैसे निपटती है और शराब की बिक्री को कैसे सुनिश्चित करती है।