Jamshedpur Forest Department: जमशेदपुर के मानगो गोकुल नगर में वन विभाग द्वारा 350 आदिवासी घरों को तोड़ने का नोटिस दिए जाने के बाद आज वन विभाग ने एक घर को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई शुरू की। लेकिन इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया।
विधायक प्रतिनिधि पप्पू सिंह समेत स्थानीय लोगों ने वन विभाग का विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बस्ती के सैकड़ों लोगों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विधायक प्रतिनिधि पप्पू सिंह ने वन विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक भी घर तोड़ा जाएगा तो उसका खामियाजा वन विभाग को भुगतना पड़ेगा।
बस्ती वासियों का आरोप है कि आदिवासी जब यहां बस रहे थे तो वन विभाग कहां था। 40 साल के बाद वन विभाग को कैसे याद आया कि यह हमारा जमीन है। इस जमीन से हमें घर दिया, बिजली बिल, पानी बिल, राशन कार्ड इसी के पते पर बना। 40 साल बाद वन विभाग को तोड़ने का नोटिस हम सब इसका विरोध करते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर अतिक्रमण हटाना है तो यहां के लोगों के लाश के ऊपर से जेसीबी लेकर जाना होगा। पहले यहां रहने वाले लोगों को कहीं जमीन दे, उसके बाद ही अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाएं। लोगों का कहना है कि वे अपने घरों को नहीं छोड़ेंगे और वन विभाग के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे।
वन विभाग ने आज एक घर को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के बाद यह कार्रवाई रोक दी गई। वन विभाग के अधिकारी अब स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं और इस मामले का समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
जमशेदपुर के मानगो गोकुल नगर में वन विभाग के अतिक्रमण हटाओ अभियान का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। लोगों का कहना है कि वे अपने घरों को नहीं छोड़ेंगे और वन विभाग के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। अब देखना यह है कि वन विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और स्थानीय लोगों की मांगों को कितना मानता है।
अब देखना यह है कि वन विभाग आगे क्या कार्रवाई करता है। क्या वन विभाग स्थानीय लोगों की मांगों को मानेगा और उन्हें कहीं और जमीन देगा या फिर वन विभाग अपने अतिक्रमण हटाओ अभियान को जारी रखेगा। इस मामले में आगे की कार्रवाई क्या होगी, यह देखने वाली बात होगी।