Ranchi: झारखंड में नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस का
‘वज्र अभियान’ तेजी से असर दिखा रहा है। मात्र पांच दिनों में राज्य भर में की गई
कार्रवाइयों में करोड़ों रुपये की ब्राउन शुगर, अफीम, डोडा और अन्य मादक पदार्थ जब्त किए
गए हैं। इस अभियान की अगुवाई रांची रेंज के डीआईजी चंदन कुमार सिन्हा कर रहे हैं,
जबकि चतरा एसपी सुमित अग्रवाल ने सबसे बड़ी सफलता
हासिल की है।
चतरा में सबसे बड़ी सफलता: 21
करोड़ का ब्राउन शुगर और अफीम बरामद
चतरा जिले के पत्थलगड्डा थाना
क्षेत्र में 11 और 12 जून को एसपी सुमित अग्रवाल के नेतृत्व में चलाए गए ऑपरेशन में 3.821
किलो ब्राउन शुगर, 2.784 किलो अफीम, 1.019 किलो
सफेद पाउडर बरामद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ो
में
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत
लगभग 21 करोड़ रुपये आंकी गई है। इन अभियानों
में एक महिला सहित चार ड्रग्स पैडलर्स को गिरफ्तार किया गया। एसपी सुमित अग्रवाल
ने स्पष्ट किया कि हमारा लक्ष्य है चतरा से ड्रग्स कार्टेल को पूरी तरह समाप्त
करना। वज्र अभियान इसी दिशा में एक निर्णायक कदम है।
हजारीबाग, रांची और लोहरदगा में भी कार्रवाई तेज
हजारीबाग: एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में लाखों रुपये की
ड्रग्स बरामद की गई और ड्रग नेटवर्क का खुलासा किया गया।
लोहरदगा: एसपी सादिक अली रिजवी ने करोड़ों का डोडा पकड़ा,
साथ ही कई तस्कर गिरफ्तार किए।
रांची: डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के नेतृत्व
में नियमित छापेमारी और गिरफ्तारी जारी है। राजधानी में पिछले डेढ़ वर्षों में
सबसे ज्यादा ड्रग्स तस्कर जेल भेजे गए हैं।
स्कूल-कॉलेजों तक पहुंचा जागरूकता
अभियान
10 जून से प्रारंभ हुआ यह अभियान केवल
कानून लागू करने तक सीमित नहीं है। पुलिस अधिकारी शहर के चौक, चौराहे, स्कूल
और कॉलेज जाकर युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत करा रहे हैं।
नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस का
संकल्प
डीआईजी चंदन कुमार सिन्हा ने स्पष्ट
किया कि झारखंड में नशे के कारोबारियों को खत्म करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है।
चतरा, रांची, लोहरदगा और हजारीबाग पुलिस ने असाधारण कार्य किया है। वज्र अभियान
लगातार जारी रहेगा।