• 2025-06-12

Agricultural Schemes: कृषि योजनाओं की समीक्षा, किसानों की आय बढ़ाने पर ज़ोर

सरायकेला स्थित समाहरणालय सभागार में गुरुवार को उपायुक्त नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में कृषि, पशुपालन, उद्यान, सहकारिता, मत्स्य सहित अन्य संबंधित विभागों की एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, डेयरी विकास, पशुधन संवर्धन, मत्स्य पालन योजनाएं (डीएमएफटी के तहत), केज कल्चर, बागवानी, संरक्षित पुष्प खेती, अर्बन फार्मिंग, किसान समृद्धि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), ई-केवाईसी सहित कई योजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक के प्रारंभ में उपायुक्त ने सभी विभागों से संचालित योजनाओं की कार्य प्रगति, लक्ष्यों के अनुरूप उपलब्धि, प्राप्त आवेदनों की संख्या और उनके निपटान की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने पशुपालन पदाधिकारी को डेयरी योजना में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करने और पशुधन योजना के लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे विभिन्न विभागों के सहयोग से पंचायत स्तर पर विशेष शिविर लगवाएं, ताकि अधिक किसानों को केसीसी और मुख्यमंत्री कृषि ऋण माफी योजना का लाभ मिल सके। मत्स्य पदाधिकारी को केज कल्चर व अन्य योजनाओं के तहत प्राप्त आवेदनों के शीघ्र निष्पादन के निर्देश दिए गए।

उद्यान पदाधिकारी से संरक्षित फूलों की खेती और अर्बन फार्मिंग से संबंधित अद्यतन रिपोर्ट देने और एजेंसियों द्वारा क्रियान्वित योजनाओं का भौतिक सत्यापन कराने को कहा गया।

उपायुक्त ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार की किसान हितैषी योजनाओं का लाभ पंचायत स्तर तक हर पात्र किसान तक पहुंचे, इसके लिए जनजागरूकता आवश्यक है। सक्रिय किसानों को उनकी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण देकर योजनाओं से जोड़ा जाए ताकि उनकी आय बढ़े और वे आत्मनिर्भर बनें।

उन्होंने यह भी कहा कि कृषि, डेयरी, मत्स्य और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले किसानों की सफलता की कहानियों को समाचार माध्यमों और सोशल मीडिया के जरिये प्रचारित किया जाए, ताकि अन्य किसान भी प्रेरणा ले सकें।

बैठक के अंत में उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जनहितकारी योजनाओं का पारदर्शी, समयबद्ध और लक्षित क्रियान्वयन सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि कहीं किसी योजना के क्रियान्वयन में बाधा आती है, तो संबंधित अधिकारी तत्काल जिला प्रशासन को सूचित करें, ताकि समय रहते समाधान निकाला जा सके।

इस बैठक में उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल , अपर उपायुक्त जयवर्धन कुमार, जिला कृषि  पदाधिकारी, पशुपालन, मत्स्य, गव्य, उद्यान विभागों के अधिकारी एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे।