• 2025-06-06

Deputy Commissioner Karna Satyarthi: जमशेदपुर में उपायुक्त की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

Deputy Commissioner Karna Satyarthi: जमशेदपुर के समाहरणालय सभागार (डीसी ऑफिस) में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में सांसद एवं विधायक निधि, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, खेल तथा पर्यटन से संबंधित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल व अन्य विभागीय पदाधिकारी, कॉरपोरेट प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सीएसआर गतिविधियों की समीक्षा
उपायुक्त ने सीएसआर गतिविधियों की समीक्षा में कहा कि सीएसआर गतिविधियों की रूपरेखा इस प्रकार तैयार की जाए जिससे आपके उद्यम से प्रभावित क्षेत्र, वंचित तबकों, शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संरक्षण, कौशल विकास एवं आजीविका संवर्धन जैसे प्राथमिक क्षेत्रों में ठोस और सकारात्मक बदलाव दिखे। उन्होंने कंपनियों को सुझाव दिया कि वे स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप योजनाएं तैयार करें और उनके क्रियान्वयन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करें।
एमपी-एमएलए फंड की समीक्षा
एमपी-एमएलए फंड के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं के ससमय कार्यान्वयन हेतु कार्यदायी एजेंसियों को निर्देशित किया गया। उपायुक्त ने कहा कि जिले में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो बेहतर समन्वय और प्रभावी क्रियान्वयन की। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर योजनाओं को धरातल पर लाने के निर्देश दिए।
खेल और पर्यटन की समीक्षा
खेल सुविधाओं के विस्तार, ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को बेहतर खेल मैदान व सुविधाएं मिले इसे प्राथमिकता देने पर बल दिया गया। वहीं जिले के पर्यटन स्थलों के समग्र विकास को ध्यान में रखकर योजनाएं चयनित करने की बात कही गई। उपायुक्त ने कहा कि जिले में खेल और पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इनका विकास करने से जिले की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

बैठक में उपस्थित पदाधिकारी
बैठक में जिला योजना पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी, तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंता व अन्य संबंधित उपस्थित थे। उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने और पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए।


जमशेदपुर में उपायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। उपायुक्त ने सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर योजनाओं को धरातल पर लाने के निर्देश दिए। अब देखना यह है कि जिले में विकास योजनाओं का क्रियान्वयन कैसे होता है और इसका लाभ जिले के लोगों को कैसे मिलता है।