The Forest Department And The Dhab Police: वन विभाग व ढाब थाना पुलिस ने संयुक्त रूप छापेमारी की और अवैध उत्खनन में शामिल दो लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार
The Forest Department And The Dhab Police: वन विभाग व ढाब थाना पुलिस ने संयुक्त रूप छापेमारी की और अवैध उत्खनन में शामिल दो लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार
The Forest Department And The Dhab Police: कोडरमा के ढाब थाना क्षेत्र स्तिथ गोरियाडीह जंगल में वन विभाग व ढाब थाना पुलिस ने संयुक्त रूप छापेमारी की और अवैध उत्खनन में शामिल दो लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया ।
घटना की जानकारी देते हुए वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि गोरियाडीह के जंगल में हरे पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जिसके बाद डीएफओ के निर्देश पर ढाब थाना पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी की गई।
इस दौरान वहां पहुंचने पर पाया कि जंगल मे वृहद पैमाने पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
इधर छापेमारी की भनक लगते ही जंगल मे अवैध उत्खनन में लगे लोग मौके से भागने लगे। इसी दौरान ढाब थाना पुलिस व वन कर्मियों द्वारा अवैध उत्खनन में लगे दो लोगों को पकड़ा गया। वहीं अवैध उत्खनन में लगे एक ट्रैक्टर, एक कम्प्रेसर मशीन, एक मोटरसाइकिल , एक राइफल ,एक देशी कट्टा व 15 जिंदा कारतूस और 6 खोखा को मौके से बरामद किया गया ।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान गोरियाडीह निवासी सुदामा मिस्त्री व बसंत मांझी के रूप में की गई है। रेंजर रविन्द्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध अवैध उत्खनन व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा रहा ।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि इस अवैध उत्खनन को अरविंद रावत नामक व्यक्ति द्वारा करवाया जा रहा था।
जिसके खिलाफ भी ढाब थाना में मामला दर्ज करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अरविंद रावत मूल रूप से गिरिडीह का रहने वाला है और वह फिलहाल कोडरमा थाना क्षेत्र के इंदरवा में रहकर अवैध उत्खनन करवाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि अवैध उत्खनन के खिलाफ लगातार छापेमारी जारी रहेगी।
गौरतलब है कि पिछले 30 मार्च को गोरियाडीह जंगल में अवैध उत्खनन के खिलाफ छापेमारी करने गई पुलिस टीम खनन माफियाओं ने हमला बोल दिया था ,जिसमे ढाब थाना प्रभारी रवि पंडित घायल हो गए थे ,इस दौरान खनन माफियाओं ने पुलिस गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था ।
जिसके बाद पुलिस ने अवैध उत्खनन में शामिल खनन माफियाओं पर मामला दर्ज किया था और अब तक पुलिस द्वारा 10 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। जिसमें जेल जाने वाले कपिल तुरी की जेल में तबियत बिगड़ने के कारण इलाज के दौरान दो दिन पहले ही मौत हो चुकी हैं ।