• 2025-06-05

Suvarnarekha Multipurpose Project: सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना,किसानों की मांग पर चांडिल डैम से पानी छोड़ा जाएगा

Suvarnarekha Multipurpose Project: सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना ने किसानों की मांग पर चांडिल डैम से पानी छोड़ने का निर्णय लिया है। पहले 15 जून की तिथि तय थी, लेकिन अब किसानों की जरूरत और पानी के सदउपयोग को ध्यान में रखते हुए परियोजना प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।
नया लक्ष्य
इस साल (वित्तीय वर्ष 2025-26) खरीफ व रबी फसल के लिए कुल 65 हजार हेक्टेयर भूमि में पटवन करने का नया लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जबकि गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 58.55 हजार हेक्टेयर भूमि में पटवन किया गया था।
परियोजना की मुख्य बातें
सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना के तहत झारखंड, ओडिशा व बंगाल में 2.36 लाख हेक्टेयर भूमि पटवन करने का लक्ष्य है, इसमें केवल झारखंड में 1.23 लाख हेक्टेयर भूमि में पटवन किया जाना है। लेकिन प्रोजेक्ट में ईंचा डैम का निर्माण नहीं होने से लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
वर्तमान स्थिति
वर्तमान में चांडिल बायीं मुख्य नहर व अन्य स्त्रोत से पटवन के लिए सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम जिले में खरीफ व रबी फसल के लिए खेतों में पानी पहुंचाया जा रहा है। परियोजना प्रशासन का कहना है कि किसानों की मांग पर पानी छोड़ने से उन्हें फायदा होगा और पानी का सदउपयोग होगा।
किसानों को फायदा
परियोजना के इस निर्णय से किसानों को फायदा होगा। वे अपनी फसलों के लिए समय पर पानी प्राप्त कर सकेंगे और अपनी फसलों की उत्पादकता बढ़ा सकेंगे। इससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना का किसानों की मांग पर चांडिल डैम से पानी छोड़ने का निर्णय स्वागत योग्य है। इससे किसानों को फायदा होगा और पानी का सदउपयोग होगा। परियोजना प्रशासन को चाहिए कि वह किसानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए पानी की आपूर्ति करे और उनकी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने में मदद करे।