Ranchi: झारखंड में करीब 1700 सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) को नौकरी से हटाने का निर्णय लिया गया है। ये सभी शिक्षक उत्तर प्रदेश के गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों से डिग्री लेकर नौकरी कर रहे थे, जो कि झारखंड में मान्य नहीं हैं। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (जेईपीसी) ने जिला शिक्षा अधीक्षकों को इन्हें हटाने का निर्देश दिया है और तुरंत कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
डिग्री की जांच में खुलासा
जेईपीसी ने सभी सहायक अध्यापकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच की, जिसमें पता चला कि लगभग 1700 पारा शिक्षकों ने गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों से डिग्री प्राप्त की है। जेईपीसी के निदेशक शशि रंजन ने बताया कि कोडरमा में कुछ पारा शिक्षकों को पहले ही हटाया जा चुका है। पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद इनकी संख्या और बढ़ सकती है।