• 2025-05-25

RIMS में दवा और सर्जिकल आइटम की फाइल रोकने वाले कर्मियों पर गिरी गाज, वेतन रोका गया

RIMS: राजधानी रांची में स्थित राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में निदेशक प्रो डॉ राजकुमार के एक फैसले से हड़कंप मच गया है. रिम्स में मरीजों को हो रही दवाओं की कमी को देखते हुए प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि अब क्रय संबंधी निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर अधिकारी या कलर्क पर कड़ी कार्रवाई होगी. इसमें वेतन रोकने की कार्रवाई की जा सकती है.


जानकारी के अनुसार, रिम्स निदेशक प्रो डॉ राजकुमार ने निर्देशों का उल्लंघन करने वाले संबंधित क्लर्क या अधिकारी के वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं.

इस संबंध में रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार ने आदेश में कहा है कि बार-बार लिखित व मौखिक आदेश देने के बावजूद लिपिक और अधिकारी निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे. फाइल को रोकने से स्टोर में दवा, कंज्यूमवल्स व सर्जिकल आइटम की खरीदारी नहीं हो रही थी. स्टॉक शून्य होने पर फाइलों का निष्पादन नहीं किया जा रहा था. इस वजह से प्रशासन को ठोस निर्णय लेना पड़ा.

निदेशक ने स्पष्ट किया है कि क्लर्क या अधिकारी जो भी स्टॉक शून्य होने के बाद फाइल आगे नहीं बढ़ायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इसे कदाचार और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की उनकी मंशा मानी जायेगी.

ऐसा करने पर इसे उनका व्यक्तिगत लाभ भी माना जायेगा. ऐसे सभी क्लर्क या अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए उनका वेतन रोका जायेगा. निदेशक ने निर्देशों का उल्लंघन करने वाले सभी क्लर्क या अधिकारी को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं.

मालूम हो कि रिम्स में भर्ती मरीजों के परिजन जरूरी दवाएं बाहर से लेने के लिए मजबूर हैं. चूंकि, डॉक्टरों की लिखी दवाएं अमृत फार्मेसी में नहीं मिलती है. ऐसे में उन्हें बाहर के निजी दवा दुकानों से दवाइयां खरीदनी पड़ती है.

रिम्स के स्टोर में प्रबंधन द्वारा लगातार दवा और सर्जिकल आइटम की उपलब्धता होने की बात कही जाने के बावजूद, मरीज के परिजनों को बाहर के मेडिकल स्टोर का चक्कर काटना पड़ता है.