• 2025-04-01

सरहुल पर्व पर दर्ज एफआईआर और राज्य सरकार के फैसले पर सियासी घमासान शुरू, बाबूलाल मरांडी ने साधा निशाना

रांची: झारखंड में सरहुल पर्व के दौरान हुए प्रदर्शन और उस पर दर्ज की गई प्राथमिकी को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला बोलते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।

बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "पहले तो सरहुल पर्व मनाने वालों को डराने के लिए उन पर एफआईआर दर्ज करो, फिर सहानुभूति बटोरने के लिए इस एफआईआर पर कोई कार्रवाई न करने का निर्देश देकर विज्ञप्ति जारी कर दो।"

दरअसल, 30 मार्च को रांची के सिरम टोली फ्लाईओवर के नीचे हुए प्रदर्शन में कुछ लोगों पर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद सरकार ने आदेश जारी कर कहा कि चूंकि यह मामला सरहुल पर्व की भावना से जुड़ा है, इसलिए आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।

बाबूलाल मरांडी ने इस निर्णय को ‘नौटंकी’ करार देते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि यदि उन्हें सच में सरहुल पर्व की भावना की समझ है, तो पहले उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करें, जिन्होंने यह प्राथमिकी दर्ज की थी।

झारखंड पुलिस के महानिदेशक के आदेशानुसार रांची पुलिस को निर्देश दिया गया है कि इस मामले में कोई गैरकानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी। हालांकि, इस फैसले ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, और अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है।