• 2025-07-17

Sakla Mardi RJD statement: राजद में आदिवासी नेतृत्व की उपेक्षा पर सकला मरडी ने उठाए सवाल, प्रदेश नेतृत्व पर लगाया भाजपा मानसिकता से ग्रस्त होने का आरोप

आदित्यपुर : सरायकेला-खरसावां जिले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सक्रिय नेता सकला ने एक प्रेस वार्ता कर पार्टी में आदिवासी नेतृत्व की अनदेखी पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने आदित्यपुर के कुछ प्रभावशाली नेताओं – जनार्दन यादव, वीरेंद्र यादव, राजेश यादव और श्रीराम यादव – के दबाव में आकर उन्हें जिला अध्यक्ष की दौड़ से बाहर कर दिया।
सकला ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने झारखंड राज्य के गठन का समर्थन इसलिए किया था ताकि आदिवासी समाज को नेतृत्व में भागीदारी मिले और उनकी पहचान को सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भी इसी सोच को आगे बढ़ाया और राज्य में आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री बनाया, मगर राजद की झारखंड इकाई में अब इस सोच की अनदेखी हो रही है।

सकला का दावा है कि सरायकेला-खरसावां जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में उन्होंने जमीनी स्तर पर काम कर पार्टी को मज़बूती दी और संगठन चुनाव के दौरान उनके नेतृत्व में 72 सक्रिय सदस्य बनाए गए, जबकि विरोधी गुट केवल 10-12 लोगों को ही जोड़ सका। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विरोधी खेमे में अधिकतर नए कारोबारी हैं, जो हाल ही में पैसे और जातीय समीकरण के बल पर पार्टी में ऊँचे पदों पर काबिज़ हो गए।

उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि कोल्हान प्रमंडल में अब तक सिर्फ दो ही आदिवासी नेता – गोवर्धन नायक और मंगल सिंह लमाय – विधायक या मंत्री बन पाए हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि इस बार भी एक आदिवासी युवा को जिला अध्यक्ष बनने से रोक दिया गया और एक गैर-आदिवासी को योजनाबद्ध तरीके से अध्यक्ष बना दिया गया।

प्रदेश नेतृत्व पर भाजपा जैसी सोच अपनाने का आरोप लगाते हुए सकला ने कहा कि वे जल्द ही पटना जाकर लालू यादव और तेजस्वी यादव से मिलकर कोल्हान क्षेत्र में आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदायों में फैल रहे असंतोष को उनके सामने रखेंगे।

हालांकि, सकला ने यह स्पष्ट किया कि वे पार्टी छोड़ने के पक्ष में नहीं हैं और पूरी निष्ठा के साथ लालू-तेजस्वी के नेतृत्व में काम करते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे आने वाले समय में जिले के हजारों युवाओं को राजद से जोड़कर पार्टी को लोकसभा, विधानसभा, नगर निकाय और जिला परिषद चुनावों में मज़बूत बनाएंगे।