खरसावां में हर गुरुवार और शनिवार को लगने वाला साप्ताहिक हाट बाजार अब बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है। कभी व्यापार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का केंद्र रहा यह बाजार आज कचरे के ढेर, जलजमाव और कीचड़ में तब्दील हो चुका है।
बाजार में फैली गंदगी के कारण स्थानीय व्यापारी और दूर-दराज से आने वाले ग्रामीण दोनों ही परेशान हैं। कीचड़ भरे रास्तों और गंदे माहौल के कारण लोग दुकान लगाने से भी कतराने लगे हैं। जो लोग किसी तरह दुकान लगा भी रहे हैं, वे महामारी फैलने के डर से सहमे हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बाजार उनकी रोजी-रोटी का साधन है लेकिन जिस तरह से हाट परिसर डंपिंग यार्ड में तब्दील हो गया है, उससे उनके सामने भूख और बीमारी दोनों का संकट मंडरा रहा है। इस स्थिति पर जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और बाजार को साफ-सुथरा बनाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो यह इलाका महामारी का केंद्र बन सकता है।