• 2025-05-31

Finance Minister : झारखंड के वित्त मंत्री ने 16वें वित्त आयोग के समक्ष रखी राज्य की आर्थिक जरूरतें

Finance Minister : झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने 16वें वित्त आयोग के समक्ष राज्य के विकास के लिए आर्थिक जरूरतों का पूरा खाका रखा।

उन्होंने राज्य सरकार की ओर से विशेष आर्थिक सहयोग की मांग की और हेमंत सोरेन सरकार के कुशल वित्तीय प्रबंधन को वित्त आयोग के समक्ष रखा।

वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच संवैधानिक संबंधों के अलावा मानवीय और नैतिक संबंधों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आर्थिक-सामाजिक विकास में पिछड़े झारखंड को विशेष आर्थिक सहायता देकर विकास की मुख्यधारा में जोड़ा जाए।

वित्त मंत्री ने कहा कि झारखंड नवसृजित प्रदेश है और आर्थिक-सामाजिक विकास में पीछे छूट गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड देश का एक सर्वाधिक खनिज और वन संपदाओं से परिपूर्ण राज्य है, लेकिन इसके बाद भी यह राज्य प्रति व्यक्ति आय के मामले में 26वें स्थान पर है।

वित्त मंत्री ने कहा कि झारखंड के गर्भ में खनिज था, वहीं इसकी जमीन में लैंड माइंस और बारूद पटा पड़ा था। झारखंड के पारंपरिक वाद्य यंत्रों की आवाज, राइफलों और बंदूकों की गर्जना में दब कर रह गयी थी। समय बीतता गया और अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व में राज्य और केंद्रीय पुलिस बल के सहयोग से उग्रवाद की समस्या पर नियंत्रण हुआ है।

वित्त मंत्री ने कहा कि उग्रवाद नियंत्रित हुआ है, लेकिन खत्म नहीं। ऐसे में इन इलाकों में विकास तेज करना होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड को विशेष आर्थिक सहायता देते हुए विकास की मुख्यधारा में जोड़ा जाए।

झारखंड के वित्त मंत्री ने 16वें वित्त आयोग के समक्ष राज्य की आर्थिक जरूरतों को रखा और विशेष आर्थिक सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच संवैधानिक संबंधों के अलावा मानवीय और नैतिक संबंधों की जरूरत है। झारखंड को विशेष आर्थिक सहायता देकर विकास की मुख्यधारा में जोड़ने की जरूरत है।