Jharkhand: झारखंड में वक्फ बोर्ड के पास कुल 698 चल-अचल संपत्तियां हैं. इसमें सबसे अधिक 309 चल-अचल संपत्ति रांची में है. राज्य में वक्फ की जो संपत्ति है, उसका हिसाब बोर्ड को नहीं दिया जा रहा है. झारखंड वक्फ बोर्ड ने संपत्ति की देखरेख करनेवाली कमेटियों को कई बार नोटिस किया है. इसके बावजूद किसी कमेटी ने हिसाब नहीं दिया है. बोर्ड ने कमेटी को अंतिम नोटिस देते हुए कहा है कि तय समय के अंदर हिसाब-किताब का ब्योरा नहीं दिया गया, तो वर्तमान कमेटियों को भंग कर दिया जायेगा.
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने जुटाये हैं वक्फ की संपत्तियों से संबंधित आंकड़े
भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने वक्फ की संपत्तियों से संबंधित आंकड़े जुटाये हैं. इसके अनुसार, रांची में वक्फ बोर्ड की 309 चल-अचल संपत्ति है. दूसरे स्थान पर हजारीबाग में 195 चल-अचल संपत्ति है. गुमला, खूंटी, लातेहार, सिमडेगा और सरायकेला ऐसे जिले हैं, जहां वक्फ बोर्ड की कोई संपत्ति नहीं है.
बुंडू में सबसे अधिक संपत्ति वक्फ बोर्ड के पास
रांची के बुंडू प्रखंड में सबसे अधिक 295 संपत्ति वक्फ बोर्ड के पास है. अनगड़ा में सात, बेड़ो में दो, इटकी में एक, कांके में एक, खलारी में दो तथा राहे में एक संपत्ति वक्फ के नाम है. रांची में ही वक्फ के नाम पर 192 दुकानें हैं. एक तालाब भी वक्फ के नाम है. इसके अतिरिक्त रांची में एक कृषि योग्य जमीन, दारुल उलूम के पास एक, दो भवन और दो कब्रगाह भी वक्फ के नाम है. वक्फ के नाम पर रांची में दो दरगाह, एक मदरसा, 29 मसजिद, दो प्लॉट तथा 196 दुकानें भी हैं. अन्य करीब 16 संपत्ति भी राजधानी में वक्फ के नाम पर है.