सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और मुख्य सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया।छात्रों ने उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया और नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार के इस निर्णय को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों के वाहन को कार्यालय परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिसके चलते अधिकारियों को पैदल ही भीतर जाना पड़ा।छात्र संगठनों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई अचानक बंद कर दी गई है, जिससे हजारों छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
को-ऑपरेटिव कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों को एबीएम कॉलेज भेजा जा रहा है, वहीं ग्रेजुएट कॉलेज की छात्राओं को को-ऑपरेटिव कॉलेज में स्थानांतरित किया जा रहा है।
ऐसे ही कई कॉलेजों में छात्रों का जबरन स्थानांतरण किया जा रहा है, जिससे उनके भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है।
छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस नीति को वापस नहीं लिया, तो आने वाले समय में वे राज्यभवन और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।