Dhanbad Sadar Hospital: सदर अस्पताल परिसर में स्थित जर्जर सरकारी क्वार्टरों में वर्षों से रह रहे लोगों को हटाने की कार्रवाई के दौरान सोमवार को विवाद हो गया। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम जब आवास खाली कराने पहुंची, तो लोगों ने विरोध और हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि वे कई वर्षों से यहां रह रहे हैं और अगर उन्हें बाहर किया गया तो वे कहां जाएंगे।
इनमें से कई लोग ऐसे हैं जिनके परिवार के सदस्य कभी एसएनएमएमसीएच के कर्मचारी रहे थे। उनकी मृत्यु के बाद परिजन वहीं रह रहे हैं। कई ऐसे भी कर्मी हैं जिन्हें सीएस ऑफिस द्वारा आवास आवंटित किया गया था।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन अवैध कब्जाधारियों को कई बार नोटिस जारी किया गया था, जिसमें स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि यदि आवास आवंटन से संबंधित कागजात हों तो पेश करें, अन्यथा तत्काल आवास खाली करें।
विभाग द्वारा बताया गया कि इन क्वार्टरों की हालत जर्जर और खतरनाक हो चुकी है। ये किसी भी समय ढह सकते हैं। 26 लोग ऐसे हैं जो अवैध रूप से रह रहे हैं और कुल 86 लोगों को पहले ही नोटिस दिया जा चुका है।
विभाग द्वारा कंडम आवास को ध्वस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है। अब देखना यह है कि इन अवैध कब्जाधारियों को कहां से आवास उपलब्ध कराया जाएगा और उनकी समस्या का समाधान कैसे होगा।
सदर अस्पताल परिसर में जर्जर क्वार्टरों को खाली कराने का विवाद एक बड़ी समस्या है। स्वास्थ्य विभाग को इन अवैध कब्जाधारियों की समस्या का समाधान करने के लिए एक ठोस योजना बनानी होगी ताकि उन्हें उचित आवास उपलब्ध कराया जा सके और उनकी समस्या का समाधान हो सके।