Chaibasa News: नक्सल विरोधी अभियान के दौरान गिरी बिजली, CRPF अधिकारी की मौत,तीन जवान घायल
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान वज्रपात से चार जवान घायल हो गए। इनमें सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह भी शामिल थे
Chaibasa News: पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान वज्रपात से चार जवान घायल हो गए। इनमें सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह भी शामिल थे जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। अन्य घायल जवानों को टाटा अस्पताल नोवामुंडी में भर्ती कराया गया है। सीआरपीएफ झारखंड जगुआर और अन्य सुरक्षा बलों की टीम अभियान में निकली थी तभी यह दुखद घटना घटी।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में गुरुवार की शाम तेज बारिश के दौरान वज्रपात से 4 जवान घायल हो गए। आकाशीय बिजली गिरने से घायल हुए जवानों में सीआरपीएफ 26 बटालियन के दो और झारखंड जगुआर के दो 2 जवान शामिल हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान द्वितीय कमान अधिकारी की मौत हो गई।

घायलों में सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह , सहायक कमांडेंट सुबीर मंडल, झारखंड जगुआर के एएसआई सुदेश और एएसआई चंदन हांसदा शामिल हैं।
सभी को प्राथमिक उपचार के बाद नोवामुंडी स्थित टाटा अस्पताल ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह की मौत हो गई।
अधिकारी के शव को सम्मान के साथ पुलिस लाइन चाईबासा लाया जा रहा है । वहीं, घायल अन्य तीन जवान खतरे से बाहर है और तीनों की स्थिति सामान्य है। गुरुवार को सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और सुरक्षा बलों की अन्य टीम अभियान में निकली थी।
आभियान के दौरान सारंडा के बालिबा स्थित सीआरपीएफ कैंप से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर यह घटना तब हुई, जब सुरक्षाबल की टीम नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही थी।
इसी दौरान कैंप से करीबन डेढ़ किलोमीटर दूर सुरक्षा बलों की ड्यूटी के दौरान बारिश के बीच अचानक आसमान से बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए।
वज्रपात की सूचना मिलते ही सेल किरीबुरु-मेघाहातुबुरु जनरल अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर और प्राथमिक उपचार की सामग्री लेकर पुलिस अधिकारी और सीआरपीएफ घटनास्थल की ओर रवाना हुए। घायलों को अत्यंत विकट परिस्थिति में कैंप तक पहुंचाया गया।
रात 10 बजे के बाद गंभीर रूप से घायल जवानों को टाटा नोवामुंडी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। वहीं देर रात इलाज के दौरान द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह की मौत हो गई।
द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह मणिपुर के इंफाल के रहने वाले थे। उनके पार्थिव शरीर को जमशेदपुर पुलिस लाइन में सलामी दी जाएगी। इसके बाद पार्थिव शरीर को जमशेदपुर से कोलकाता के रास्ते मणिपुर से जाया जाएगा।