आदित्यपुर: राजधानी रांची के बड़गाई स्थित पाहन टोला में वर्ष 2023 में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए प्रकाश भुट कुमार की बहन जुली भुट कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर हत्या के मामले में पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
जुली भुट कुमार ने एसएसपी सहित राज्य के तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आवेदन भेजकर मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच कर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने आवेदन में लिखा है कि 23 मार्च 2023 को उनके भाई प्रकाश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मृतक के चेहरे और सिर पर चोट के स्पष्ट निशान थे, इसके बावजूद उनके चाचा बन्नु पाहन ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव को दफना दिया।
बाद में जब परिजनों ने मृतक का मोबाइल खंगाला तो उसमें मौजूद रिकॉर्डिंग और बातचीत से हत्या की आशंका और भी गहरा हो गया। इसके आधार पर परिवार ने सदर थाना में 10 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई जिनमें अनिता कुजूर, एडवर्ड लिंडा, प्रदीप कुजूर, मोनिका कुजूर, कटरीना नाग, एलियाज नाग, रामदेव ठाकुर, किरण, वीणा और बन्नु पाहन शामिल हैं।
हालांकि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जुली भुट कुमार का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर पर गहरी चोट से मौत की पुष्टि हो चुकी है, फिर भी जांच में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने मामले के अनुसंधानकर्ता दीपक नारायण सिंह की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं और उन्हें मामले की जांच में विफल बताया है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में उन्होंने 20 दिसंबर 2023, 2 सितंबर 2024 और जून 2025 में राज्य के पुलिस महानिदेशक, अन्वेषण विभाग और डीआईजी को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों का कहना है कि आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं जिससे परिवार लगातार भय और तनाव में जीवन व्यतीत कर रहा है।
यह मामला पुलिस की निष्क्रियता और न्याय में देरी का गंभीर उदाहरण बन चुका है। मृतक के परिजनों ने 4 जुलाई 2025 को पुलिस महानिरीक्षक को भी लिखित आवेदन देकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।